प्रिय ब्लॉगर साथियों, मैं कुछ दिनों के लिये यात्रा पर जा रही हूँ, अतः आपके ब्लॉग पर मैं नियमित उपस्थित नहीं हो सकूंगी, मेरी भी नियमित पोस्ट संभव नहीं हो सकेगी, मेरा अनुरोध है कि आप मेरी पुरानी पोस्ट जो आपकी नजर में नहीं आयी हों, उन्हें पढ़ें, अनंत आपके जीवन में जगमगाए इसी शुभकामना के साथ...
आपकी अपनी ब्लॉगर मित्र अनिता
आपकी यात्रा शुभ हो..
ReplyDeletekalamdaan.blogspot.in
आपकी यात्रा सुखद हो।
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद् की आप मेरे ब्लॉग पे पधारे और अपने विचारो से अवगत करवाया बस इसी तरह आते रहिये इस से मुझे उर्जा मिलती रहती है और अपनी कुछ गलतियों का बी पता चलता रहता है
ReplyDeleteदिनेश पारीक
मेरी नई रचना
कुछ अनकही बाते ? , व्यंग्य: माँ की वजह से ही है आपका वजूद: एक विधवा माँ ने अपने बेटे को बहुत मुसीबतें उठाकर पाला। दोनों एक-दूसरे को बहुत प्यार करते थे। बड़ा होने पर बेटा एक लड़की को दिल दे बैठा। लाख ...
http://vangaydinesh.blogspot.com/2012/03/blog-post_15.html?spref=bl
.
ReplyDeleteआपकी यात्रा मंगलमय हो
मेरी शुभकामनाएं आपके साथ हैं
आपकी याद आएगी ...
नई पोस्ट का इंतज़ार रहेगा ...
शुभ यात्रा अनीता जी | जल्दी लौट आइयेगा - आपकी पोस्ट्स बहुत अच्छी लगती हैं |
ReplyDeleteआप सभी का तहे दिल से आभार !
ReplyDeleteआप सभी का तहे दिल से आभार !
ReplyDelete