tag:blogger.com,1999:blog-3794863634852020748.post5443340103904719701..comments2024-01-04T02:40:00.521-08:00Comments on श्रद्धा सुमन: मायाAnitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-3794863634852020748.post-10496925477263265862011-10-18T09:00:52.302-07:002011-10-18T09:00:52.302-07:00अनिर्वचनीय, अद्भुत है यह, ब्रह्म ज्ञान से ही मिट प...अनिर्वचनीय, अद्भुत है यह, ब्रह्म ज्ञान से ही मिट पाती<br />तीन गुणों से जग को बांधे, शक्ति वह माया कहलाती....बहुत ही सारगर्भि पंक्तिया !Arvind Jangidhttps://www.blogger.com/profile/02090175008133230932noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3794863634852020748.post-36300451560589031422011-10-18T05:51:00.563-07:002011-10-18T05:51:00.563-07:00वाह .... तीनों गुणों की माया का विश्लेषण कर दिया ....वाह .... तीनों गुणों की माया का विश्लेषण कर दिया ... सुन्दर ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3794863634852020748.post-79852372497537836562011-10-17T22:55:59.043-07:002011-10-17T22:55:59.043-07:00जड़ बुद्धि अज्ञानी रहता, निद्रा, आलस उसे घेरता
तमो...जड़ बुद्धि अज्ञानी रहता, निद्रा, आलस उसे घेरता<br />तमो गुण से युक्त हुआ जो, बन प्रमादी दुःख झेलता<br />बहुत ही सुंदर शब्दों में लिखी यथार्थ को बताती हुई बेमिसाल रचना /बहुत बधाई आपको /<br />मेरे ब्लॉग पर आने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद /आशा है आगे भी आपका आशीर्वाद मेरी रचनाओं को मिलता रहेगा /आभार /prerna argalhttps://www.blogger.com/profile/11905363361845183539noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3794863634852020748.post-8628240874407390832011-10-17T09:20:37.308-07:002011-10-17T09:20:37.308-07:00होता कुछ, दिखाता कुछ है, तमो गुण की यही है चाल
जग ...होता कुछ, दिखाता कुछ है, तमो गुण की यही है चाल<br />जग का आदि कारण यही है, सत्य ढके आवरण डाल<br />kitna sara gyaanरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3794863634852020748.post-20600881684604847882011-10-17T03:42:07.375-07:002011-10-17T03:42:07.375-07:00अनिर्वचनीय, अद्भुत है यह, ब्रह्म ज्ञान से ही मिट प...अनिर्वचनीय, अद्भुत है यह, ब्रह्म ज्ञान से ही मिट पाती<br />तीन गुणों से जग को बांधे, शक्ति वह माया कहलाती<br /><br />माया की विषद व्याख्या!अनुपमा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/09963916203008376590noreply@blogger.com