tag:blogger.com,1999:blog-3794863634852020748.post377964358155872499..comments2024-01-04T02:40:00.521-08:00Comments on श्रद्धा सुमन: हैं उजियाले तट सभीAnitahttp://www.blogger.com/profile/17316927028690066581noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3794863634852020748.post-86815663724139093522011-01-19T03:01:01.172-08:002011-01-19T03:01:01.172-08:00गहन भाव लिये सुन्दर अभिव्यक्ति ।गहन भाव लिये सुन्दर अभिव्यक्ति ।सदाhttps://www.blogger.com/profile/10937633163616873911noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3794863634852020748.post-85203558344374782142011-01-18T07:35:15.999-08:002011-01-18T07:35:15.999-08:00ज्ञानदीप हुआ प्रज्ज्वलित छंट गए भ्रम सभी
अंतर ओज स...ज्ञानदीप हुआ प्रज्ज्वलित छंट गए भ्रम सभी<br />अंतर ओज सतह पर आया हैं उजियाले तट सभी !<br /><br />गहन दर्शन का प्रभावपूर्ण चित्रण..आभारKailash Sharmahttps://www.blogger.com/profile/12461785093868952476noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3794863634852020748.post-43211661875768180152011-01-18T03:25:46.739-08:002011-01-18T03:25:46.739-08:00ज्ञानदीप हुआ प्रज्ज्वलित छंट गए भ्रम सभी
अंतर ओज स...ज्ञानदीप हुआ प्रज्ज्वलित छंट गए भ्रम सभी<br />अंतर ओज सतह पर आया हैं उजियाले तट सभी. <br /><br />अत्यंत ही सुन्दर भाव<br /><br />"संतों की संगत करी नहीं भँवरा,<br />भरम कैसे भागे रे,<br />तेरे जनम जनम के पाप जो थे,<br />भक्ति का रंग कैसे लागे रे.......<br /><br /><br />*खेद है की व्यस्तता के कारण आपकी रचनाये समय पर पढ़ नहीं सकाArvind Jangidhttps://www.blogger.com/profile/02090175008133230932noreply@blogger.com